5 मिनट में मुँहासे हटाने के लिए घरेलु उपाय | Pimples Hatane ke gharelu upay in hindi

मुँहासे हटाने के लिए घरेलु उपाय Muhase (pimples) hatane ke gharelu upay (Home remedies) in hindi

चेहरे पर पिम्पल्स हों तो कुछ भी करने को जी नहीं चाहता है।मेकअप तो बिलकुल नहीं। कहीं रिएक्शन हो गया तो! यही ख्याल दिन भर दिमाग में घूमता रहता है। मुंहासों के बीच ना तो ग्लॉस ही नजर आता और न ही रूज व फाउंडेशन का मजा रह जाता है। यह सभी चीजें चेहरे को रूखा और बेजान कर देती हैं। यकीन मानिए पिम्पल्स का उपाय केवल एक ही है, और वो है घरेलू इलाज। बाहर आप इसके ट्रीटमेंट के लिए जाएंगे तो हजारों पैसे खर्च होंगे। बावजूद इसके पिम्पल्स ठीक होने की गारंटी भी नही है। बेहतर होगा कि घर पर ही रहकर और घर की चीजों से ही पिम्पल्स का उपाय किया जाए।

पिंपल निकलने की समस्या बेहद आम हो गई है। खासकर जिनकी त्वचा ऑयली यानी तैलीय है, उन्हें पिंपल ज्यादा परेशान करते हैं। पिंपल न सिर्फ चेहरे की खूबसूरती को कम करता है, बल्कि कई बार असहनीय दर्द भी देते हैं। ऐसे में लोगों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि आखिर पिम्पल कैसे हटाएं। इस सवाल का जवाब हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में देंगे। यहां हम पिंपल होने के कारण के साथ ही मुंहासे हटाने के उपाय के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। साथ ही पिंपल हटाने के घरेलू उपाय की भी जानकारी देंगे। पाठक ध्यान दें कि लेख में शामिल मुंहासों के लिए घरेलू उपाय पिंपल का ट्रिटमेंट नहीं हैं, ये केवल इनसे बचाव और इनके प्रभाव को कुछ हद तक कम करने का एक तरीका जरूर हो सकता है।

मुँहासे हटाने के लिए घरेलु उपाय?


चेहरे पर छोटे छोटे दाने को कैसे हटाएं?

  1. चेहरे के दाने हटाने के घरेलू उपाय- एलोवेरा लगाएं- चेहरे पर दानें की परेशानी को कम करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं. …
  2. चंदन का इस्तेमाल- चेहरे के दानों को कम करने के लिए चंदन और चंदन का तेल फायदेमंद हो सकता है. …
  3. शहद का करें इस्तेमाल- चेहरे से दानों की परेशानी को कम करने के लिए शहद फायदेमंद हो सकता है.

चेहरे पर कील मुंहासे के दाग कैसे हटाए?

बेकिंग सोडा- बेकिंग सोडा स्किन को एक्सफोलिएट करता है.

बेकिंग सोडा मुंहासों के दागधब्बे दूर करता है. पानी में बेकिंग सोडा डालकर इसका पेस्ट बना लें. अब इसे चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें. 10-15 मिनट के बाद चेहरा धो लें.

1. मुल्तानी मिट्टी : मुल्तानी मिट्टी में कई उपयोगी प्राकृतिक घटक होते हैं। मुल्तानी मिट्टी स्किन के तैलीय घटकों को अलग करने का काम करती है। यह फेस पर चमक वापस लाता है। यह तैलीय त्वचा के लिए रामबाण औषधि है।

ऐसे करें इस्तेमाल – मुल्तानी मिट्टी में एक चम्मच गुलाब जल मिलाकर कुछ देर के लिए रख दें। फिर इस पेस्ट को पिंपल्स पर लगाएं और सूखने दें। फिर चेहरे को साफ पानी से धो लें। इस उपाय को आप हफ्ते में एक बार कर सकते हैं।

2. शहद : शहद एक एंटीसेप्टिक के रूप में काम करता है। इसलिए आजकल हर ब्यूटी प्रोडक्ट में इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा के साथ हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।

ऐसे करें इस्तेमाल – शहद को सीधे पिंपल्स पर लगाएं। कुछ देर बाद गीले कपड़े से पोंछ लें।

3. एलोवेरा जेल : एलोवेरा के फायदे हम सभी अच्छे से जानते हैं। त्वचा हो या बाल, एलोवेरा के औषधीय गुण इसके लिए फायदेमंद होते है। एलोवेरा का इस्तेमाल घर में कर सकते हैं।

ऐसे करें इस्तेमाल – एलोवेरा जेल को शहद, मुल्तानी मिट्टी और हल्दी के साथ मिलाकर पेस्ट को पिंपल्स पर लगाएं। कुछ ही दिनों में पिंपल्स गायब हो जाएंगे।

4. नारियल का तेल : नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह चेहरे पर पिंपल्स को बढ़ने से रोकता है।

ऐसे करें इस्तेमाल – कॉटन बॉल की मदद से नारियल तेल को पिंपल्स पर लगाएं। यदि आप रोज रात में इस उपाय को करते हैं, तो तीन से चार दिन में पिंपल्स गायब हो जाएंगे।

5. बर्फ : बर्फ चेहरे के लिए फायदेमंद होती है। इसका इस्तेमाल रोमछिद्रों को बंद कर चेहरे को चमकदार बनाने के लिए किया जाता है।

ऐसे करें इस्तेमाल – आइस क्यूब को किसी साफ कपड़े में बांध लें। फिर पिंपल्स वाली जगह पर लगाएं। बर्फ को आप सप्ताह में 2 से 3 बार लगाएं। इससे पिंपल्स सूख जाते हैं और निशान भी नहीं रहते।

मुँहासे क्या होते हैं (What is Pimple)

हमारे शरी में वात-पित्त-कफ दोष उपस्थित होते हैं। जिनके असंतुलित होने पर शरीर में कई प्रकार की बीमारियां होने लगती  हैं। इसी प्रकार मुँहासों में मुख्यत पित्त और कफ दोष के असंतुलित होने के कारण त्वग्वसीय ग्रन्थि (Sebecaus gland) में रुकावट आ जाती है। जिसके कारण त्वचा में उपस्थित छोटे-छोटे रोम छिद्र बन्द हो जाते हैं और त्वचा से निकलने वाला तैल रोम छिद्र (porel) में इकट्ठा होने लगता है जिसकी वजह त्वचा में गोल आकार के छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं जिन्हें मुँहासे कहते हैं। अधिकांश मामलों में ये मुंहासे घरेलू इलाजों (pimples ka gharelu ilaj in hindi) से ठीक हो जाते हैं. 

वास्तव में मुँहासे सामान्यत पित्त व कफ दोष के असंतुलन होने की वजह से होते हैं। यह असंतुलित दोष (Imbalance Dosha) शरीर में पहुँचकर हमारी पाचन क्रिया (Digestive system) कमजोर या खराब कर देते हैं जिसकी वजह से खाया हुआ खाना अच्छे से नहीं पच पाता है और पेट भी अच्छे से साफ नहीं होता है। अगर पेट अच्छे से साफ  नहीं होगा तो हमारे शरीर के विषाक्त (Toxin) बाहर न निकलकर  शरीर के खून को गंदा कर देते हैं। जिसकी वजह से चेहरे के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं ।

मुँहासे किसकी कमी से होते हैं?

विटामिन A की कमी बन सकती है वजह

कई बार विटामिन A की कमी होने से भी चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं. इसके इलाज में भी विटामिन A का डेरिवेटिव ही इस्तेमाल किया जाता है. कई बार कब्ज और हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से भी मेल और फीमेल में यह समस्या आती है.

चेहरे की कील कैसे साफ करें?

उपाय

  1. एक चम्मक चिरौंजी पीसकर गाय के ताजा दूध में मिलाकर लेप बनाएं और इसे चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें. …
  2. चेहरे को अच्छी तरह से धोकर पोछ लें. …
  3. चेहरे को अच्छी तरह से धोकर पिंपल्स पर शहद लगाकर मसाज करें. …
  4. खाने में नींबू का इस्तेमाल करें. …
  5. पिंपल्स होने पर लोग परेशान होकर इसके साथ छेड़खानी करने लगते हैं.

मुँहासे के लक्षण (Symptoms of Pimples)

वैसे तो मुँहासों का निकलना ही उसका मूल लक्षण होता है। लेकिन इसके अलावा भी और भी लक्षण है-

  • रोम छिद्र का बंद होना (White heads)
  • छोटी-छोटी लाल रंग की गाँठे (Papules)
  • गाँठों में पस का भरना (Pus)
  • बड़ी-बड़ी लाल रंग की पुटि (Cyst)

मुंहासे के लिए सबसे अच्छी क्रीम कौन सी है?

Muhase Ke Liye Sabse Achi Cream (मुँहासे के लिए सबसे अच्छी क्रीम)

  • न्यूट्रोजेना ऑन-द-स्पॉट एक्ने ट्रीटमेंट
  • बेला वीटा एंटी एक्ने फेस जेल क्रीम
  • वादी हर्बल्स एंटी-एक्ने क्रीम
  • रीइक्विल पिटसॉप जेल
  • बायोटिक बायो विंटर ग्रीन स्पॉट करेक्टिंग एंटी-एक्ने क्रीम
  • मामाअर्थ एंटी-पॉल्यूशन फेस क्रीम
  • विको टर्मरिक स्किन केयर

मुँहासे कब तक रहता है?

मुँहासे आमतौर पर 10 से 13 साल की उम्र के बीच यौवन के दौरान शुरू होते हैं और तैलीय त्वचा वाले लोगों में बदतर हो जाते हैं। किशोर मुँहासे आमतौर पर पांच से 10 साल तक रहता है, आमतौर पर 20 के दशक की शुरुआत में दूर हो जाता है। यह दोनों लिंगों में होता है, हालांकि किशोर लड़कों में सबसे गंभीर मामले होते हैं।

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